Sunday, December 13, 2009

पापा की छत्र छाया में

तरु की शादी करुण से हुई। कुछ सालों बाद उनका एक बेटा हुआ, जिसका नाम उन्होंने सूरज रखा।

क्योंकि वह बहुत गोरा था, धूप में उसे बहुत जलन होती थी। इसलिए, जब भी धूप निकलती, सूरज पापा की छाया में खड़ा हो जाता।

नहीं समझे क्यों?

आसान! गाना याद कीजिये:
"सूरज के जलते हुए तन को मिल जाए तरुवर की छाया!"

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